लाइकेन प्लैनस - उपचार
होम्योपैथी ने लाइकेन प्लैनस के इलाज में अपने असर को सिद्ध किया है, जो चिकित्सकीय शोधों के साथ-साथ उन मामलों में भी साफ़ दिखता है जिनकी बीमारी दूर हुई है। हाल में, सन् 2008 में तेहरान के चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के ओरल मेडिसीन विभाग ने मुँह के लाइकेन प्लैनस रोग के प्रबंधन में इग्नैशिया30सी (एक होम्योपैथी दवा) की कार्यकुशलता का मूल्यांकन करने के लिए एक शोध किया था। इस सिंगल-ब्लाइंड रैडमाइज्ड कंट्रोल क्लिनिकल ट्रायल में मुँह के लाइकेन प्लैनस से प्रभावित 30 मरीज़ों को भर्ती किया गया था जिनमें इरोसिव और/या एट्रोपिक ओरल लाइकेन प्लैनस का चिकित्सकीय रूप से और ऐतिहासिक रूप से पता लगाया गया था। चार महीने के बाद, लेखक इस नतीजे पर पहुंचे कि इग्नैशिया का ओरल लाइकेन प्लैनस के चुनिंदा मरीज़ों के इलाज पर एक लाभकारी प्रभाव देखा गया है।
डॉ. बत्रा’ज™ में हमारे पास हमारे 35 वर्षों के प्रैक्टिस में लाइकेन प्लैनस के 10,000 से अधिक मामलों के इलाज का अनुभव है। आज हम अपने मरीज़ों को होम्योपैथी की मदद से कारगर राहत देने की स्थिति में हैं।
होम्योपैथी की दवाओं का लक्ष्य शरीर की बिगड़ी हुई प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधारना और कुछ समय में इसे फिर से पहले की स्थिति में वापस लाना है। यह इलाज मौजूदा छालों का समाधान देता है, खुजली कम करते हुए छालों के फैलाव को रोकता है। परंपरागत चिकित्सा (जिसमें स्टेरॉइड का प्रयोग शामिल है) के विपरीत, होम्योपैथी के इलाज से मरीज़ को स्थायी राहत मिलती है।
इलाज का असर कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे बीमारी की अवधि और गंभीरता, मरीज़ का सामान्य स्वास्थ्य और बीमारी किस हद तक फ़ैल चुकी है। चिकित्सकीय अनुभव कहता है कि मुँह या जननांगों के घावों की तुलना में केवल त्वचा के लाइकेन प्लैनस का इलाज करना आसान है।
अंतत: होम्योपैथिक दवाएं सुरक्षित, दुष्प्रभाव से मुक्त और आदत नहीं लगाने वाली हैं।