पीसीओएस - उपचार
होम्योपैथिक इलाज हार्मोन असंतुलन को ठीक करने,अंडोत्सर्ग को नियमितकरने और मासिक धर्म को सही स्थिति में लाने का काम करता है। इसके अलावा होमियोपैथी पीसीओएस से जुड़े लक्षणों का भी प्रभावपूर्ण इलाज करती है।
होम्योपैथीके इलाज में किसी भी दो महिला को एक जैसे उपचार का सुझाव नहीं दिया जाता है। क्योंकि पीसीओएस से पीड़ितप्रत्येक महिलामें एक विशिष्ट वर्ग के लक्षण पाए जाते हैं जिसके लिए व्यक्तिगतदृष्टिकोण की ज़रूरत होती है।दवाइयों के साथ–साथ तनाव प्रबंधन,वजन नियंत्रण,सुधारात्मक जीवनशैली कीआदतों से काफी मदद मिलती है।होमियोपैथीकी मदद से जहां हार्मोन के असंतुलन को नियंत्रण में रखा जा सकता है, ऐसी महिलाएं जो गर्भधारण करने का सोच रही हैं उनकेबाँझपनका इलाज करने में भी मदद मिलती है।
डॉ. बत्रा’ज™ के यहाँ एक्ज़ीमा का इलाज
पारंपरिक इलाज | पारंपरिक इलाज के संभावित दुष्प्रभाव* | होम्योपैथी के फायदे |
---|---|---|
गर्भनिरोधक गोलियां | दवा से प्रभावित मासिक धर्म अंडे बनने को रोक देता है | स्वाभाविक अंडोत्सर्ग स्वाभाविक मासिक धर्म |
डायबिटीज की दवाएं | शरीर से प्राकृतिक इन्सुलिन की उत्पत्ति रुक जाती है। इससे दवाओं पर निर्भरता बढ़ जाती है। | एंटी-डायबिटिक दवाइयों की ज़रूरत नहीं |
ऑपरेशन "अंडाशय की ड्रिलिंग" | पुनरावृत्ति दर 90% | अधिकांश मामलों में ऑपरेशन को टाला जा सकता है |
एंटी-डीएचटी (अधिक बाल बढ़ने के लिए) | भ्रूण संबंधी विकृति | हार्मोन संबंधी इलाज की ज़रूरत नहीं |