मस्सों - उपचार
होम्योपैथी से लाभ
पारंपरिक उपचार | पारंपरिक उपचार के संभावित दुष्प्रभाव* | होम्योपैथी के फ़ायदे |
---|---|---|
स्थानीय परेशानी | छाले पड़ना | मुँह से ली जाने वाली दवाइयां |
सामयिक विषाणुरोधी | फिर से आना | पुनरावृत्ति को रोकता है |
संपर्क से रोग-प्रतिरक्षी चिकित्सा | दर्दनाक | दर्दनाक नहीं होता |
क्रायोसर्जरी, इलेक्ट्रोकॉटरी | आक्रामक | आक्रामक नहीं होता |
खुरचना, काट कर निकालना, लेजर | दाग पड़ जाते हैं | कोई दाग नहीं |
200 वर्षों से अधिक समय से होम्योपैथिक चिकित्सकों ने बार-बार मस्सों के उपचार में होम्योपैथी की सफलता को दिखाया है। चाहे वह मौजूदा मस्सों से छुटकारा पाने की बात हो, नए मस्सों का निर्माण होने से रोकना हो या मस्सों के विकसित होने की प्रवृत्ति को दूर करने की बात हो, होम्योपैथी के पास समाधान उपलब्ध है।
डॉ. बत्रा’ज™ के यहाँ 35 वर्षों से हम 89% की सफलता दर से मस्सों से पीड़ित रोगियों का इलाज कर रहे हैं। होम्योपैथिक उपचार रोगियों को पारंपरिक तरीकों का उपयोग किये बिना सुरक्षित एवं प्रभावी रूप से मस्सों से छुटकारा पाने में मदद करता है। पारंपरिक तरीके — जमाना(क्रायोथेरेपी या तरल नाइट्रोजन चिकित्सा), कैनथरिडीन का प्रयोग, शल्य चिकित्सा, बिजली से सुखाना, खुरचना, लेजर सर्जरी, रेटिनॉइड क्रीम आदि — मस्सों से केवल थोड़े समय के लिए राहत प्रदान करते हैं और नए मस्सों को आने से नहीं रोक पाते हैं।
होम्योपैथी उपचार से रोग निदान अलग-अलग मामले में भिन्न होता है; कुछ मस्से दवाएं लेने पर तेजी से गायब हो जाते हैं, जबकि दूसरों को लंबे समय तक इलाज की आवश्यकता होती है और ये धीरे-धीरे गायब होते हैं। होम्योपैथिक उपचार की एक महत्त्वपूर्ण बात यह है कि यह मस्सों को ठीक करने के अलावा इन्हें शरीर के एक भाग से दूसरे भाग में फैलने से भी रोकता है। उचित होम्योपैथिक प्रामाणिक उपचार मस्से का निर्माण होने की प्रवृत्ति को जड़ से मिटा देता है जिससे स्थायी परिणाम मिलता है।
कुल मिलाकर, होम्योपैथी से मस्सों का उपचार सुरक्षित, ज्यादातर मामलों में अच्छे परिणाम देने वाला और किसी भी दुष्प्रभाव से मुक्त होता है। मस्सों के सभी मामलों के लिए दृढ़तापूर्वक होम्योपैथी चिकित्सा का सुझाव दिया जाता है।