बाल झड़ना नियंत्रित करने के लिए प्रभावी घरेलू उपाय
कोई भी हेयरफॉल उपचार अच्छे से पूरा करना चाहिए. बाल झड़ने कई बीमारियों का संकेत हो सकता है और कुछ तो कार्डिएक रोग जितनी गंभीर भी हो सकती हैं. सबसे पहले बाल झड़ने का प्रकार पता करना बहुत ज़रूरी है. दूसरा, हेयरफॉल के कारण पता लगाना. हेलरलॉस का प्रकार और कारण पता लगाने के बाद एक प्रभावी हेयरफॉल समाधान कस्टमाइज करना होता है. बाल झड़ने के लिए होम्योपैथी दवाएं बहुत प्रभावी है और दीर्घकालिन परिणाम देता है.
बाल झड़ने के लिए होम्योपैथी औषधि
बाल झड़ने के लिए होम्योपैथी उपचार सर्वश्रेष्ठ है.
होम्योपैथी किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट से मुक्त है.
आयरन की कमी वाली रक्ताल्पता में हेयरफॉल के लिए होम्योपैथी दवाएं, जैसे फेरम-फॉस और कैलकारिया-फॉस बहुत सहायक होती हैं.
बाल झड़ने पर काबू पाने के लिए के लिए बाजार में मिलने वाले हेयर लोशन में अत्यधिक केमिकल होता है और सिर की त्वचा में केमिकल जलन हो सकती है, जिससे स्थाई बाल झड़ने और प्रभावित जगह में धब्बे पड़ने की आशंका रहती है. बाल झड़ने के लिए होम्योपैथी दवाओं में ऐसे कोई साइड-इफेक्ट्स नहीं होते हैं, क्योंकि इन दवाओं को मुंह से लिया जाता है.
होम्योपैथी एक समग्र औषधि है, जो मरीज़ और बीमारी दोनों का उपचार करती है. बाल झड़ने और आयरन की कमी वाली रक्ताल्पता का होम्योपैथी से उपचार हो सकता है और साधारण दवाओं की तरह 10 अलग अलग दवाएं नहीं लेनी पड़ती हैं.
होम्योपैथी तन और मन की औषधि है. होम्योपैथी न केवल शारीरिक समस्या का इलाज़ करता है बल्कि मन को भी लक्षित करते हुए तन-और मन का संतुलन कायम करता है. इस तरह यह मरीज़ को संपूर्ण रूप से तंदुरुस्त करता है. इस तरह यह मन से संबंधित बालों की समस्या के लिए होम्योपैथी एक उत्कृष्ट समाधान है, जैसे तनाव से अत्यधिक बाल गिरना.
बाल झड़ने पर काबू पाने के लिए प्रभावी घरेलू उपाय
चाहे बाल झड़ते हो या त्वचा रोग या कोई अन्य रोग, इनके उपचार के लिए स़िर्फ दवाएं ही कारगर नहीं रहती हैं. उचित पोषक-तत्व भी किसी भी उपचार में बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. बाहरी उपचारों को कितना ही आ़ज़्अमा लो, वह तब तक वांछित परिणाम नहीं देते, जब तक आप स्वस्थ खान-पान आदतें नहीं अपनाते. आपके शरीर को अंदर से उपचार की ज़रूरत है. नीचे हम कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं, जो आपको बाल झड़ने पर काबू पाने और उपचार के बेहतर तथा तेज़ नतीज़े पाने में सहायक हो सकते हैं:
-
हलिम/ अलिव (गार्डन क्रेस सीड्स):
गार्डन क्रेस सीड्स को स्थानीय भाषा में हलिम या अलिव भी कहा जाता है. बाल झड़ना रोकने में वह बहुत लाभदायी हैं. कई सारे लोग आयरन की कमी वाले रक्ताल्पता के कारण बाल झड़ने का शिकार होते हैं. हलिम में फॉलिक एसिड और आयरन की अच्छी मात्रा होती है. इसलिए कम से कम 2 महीने इसका सेवन करने पर हिमोग्लोबिन में आयरन स्तर बढ़ता है और आयरन की कमी वाले एनिमिया के उपचार में मदद मिलती है. इसमें फायटो-एस्ट्रोजेन भी होता है, जो हार्मोन को नियमित करने में और इस कारण महिलाओं में माहवारी चक्र को नियमित करने में सहायक होता है. हलिम में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी भी होता है. इसलिए यह कीमोथेरेपी करवाने वाले लोगों के बाल झड़ने में लाभदायी है. हलिम को खाने के कई तरीके हैं, जैसे नारियल के साथ इसके लड्डू बनाना या इसे सभी मसालों वाले आम लड्डू में मिलाना, जो भारतीय परंपरा के रूप में प्रसव वाली महिलाओं को खिलाए जाते हैं. आप दूध और गुड के साथ इसका दलिया बनाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं.
-
ग्रीन टी
ग्रीन टी अपने कई सारे स्वास्थ्य फायदों के कारण बहुत लोकप्रिय है. यह एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के लिए जानी जाती है, जो बैक्टिरिया को नष्ट करके कैंसर से लड़ने वाले फ्लेवोनाइड्स बनाते हैं. 5-अल्फा-रीडक्टस का अति उत्पादन टेस्टोस्टेरोन को डिहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन में तेज़ी से बदलता है, बालों को पतला बनाने और गंजापन लाने का काम करते हैं.
ग्रीन टी एंड्रोजेनेटिक एलोप्सिया का इलाज़ नहीं करती, लेकिन 5-अल्फा-रीडक्टेस के कार्य को रोकने की क्षमता इसमें हो सकती है. ग्रीन टी में पांथेनोल भी होता है, जो बालों की लटों को मज़बूती देने और उन्हें दोमुंहे बनने से रोकने में सहायक है. ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स सिर में पपड़ी बनने से भी रोकते हैं. इस तरह रुसी या सिर के सोरियासिस से पीड़ित मरीज़ो में भी यह बहुत लाभदायी है.
-
फल
विटामिन और पोषक तत्वों के सर्वश्रेष्ठ स्त्रोत के रूप में फल हमारे दैनिक आहार का प्रमुख हिस्सा है. ये जानकर हैरानी नहीं होनी चाहिए कि फलों में बालों की वृद्धि करने, लटों को मज़बूती देने और बालों की गुणवत्ता सुधारने की क्षमता होती है. फलों को हेयर मास्क के रूप में लगाने की बजाय उनका सेवन करना बालों की वृद्धि के लिए ़ज़्यादा लाभदायी होता है. विटामिन जैसेकि कि ए, बी, डी, ई, के, बी1, बी2, नियासिन, बी6, बी9, बी12 और बायोटिन हमें जलन घटाने, रक्त संचार बढ़ाने, ऑक्सीज़न आपूर्ति को बल देने और क्षतिग्रस्त बालों के फॉलिकल की मरम्मत करने में मदद करते हैं. नारंगी, बेरीज, सेब, शतालू, आलूबुखारा, अंगूर, अनानास और रुचिरा जैसे फल आपको ये विटामिन प्रदान करते हैं. स्वस्थ बालों के लिए और उन्हे गिरने से बचाने के लिए कैल्शियम, मैग्नेशियम, ज़िंक, सेलेनियम तथा क्रोमियम जैसे ज़रूरी होते हैं. केले जैसा फल खाने से बहुत फायदा मिलता है.
-
सब्जियां
पर्याप्त मात्रा में सब्जियों का सेवन बाल झड़ने से रोकने का एक विनम्र प्रयास है. इनमें विटामिन, मिनरल और रेशे होते हैं, जो बालों की वृद्धि के लिए जाने जाते हैं और उसकी बनावट और चिकनापन बनाए रखने के लिए प्रसिद्ध हैं. गाजर, शकरकंद, चुकंदर, पालक, कडी पत्ता, प्याज और सभी पत्तेदार सब्जियां हमारे दैनिक आहार का ज़रूरी हिस्सा हैं. जो हमें बाल झड़ने के ज्ञात कारण आयरन की कमी वाली रक्ताल्पता रोकने हेतु पर्याप्त विटामिन और मिनरल्स प्रदान करता है. ये बायोटिन से भी भरपूर हैं, जो बालों की जडो को मज़बूती देने तथा उन्हें आसानी से नहीं झड़ने के लिए आवश्यक है.
-
सूखे मेवे (नट्स)
ओमेगा-3 फैटी एसिड्स; प्रोटीन, सेलेनियम, और ज़िंक के समृद्ध स्त्रोत नट्स बालों की वृद्धि और स्वस्थ म़ज़बूत बालों के लिए सर्वोत्तम आधार हैं. बादाम, पाइन नट्स, अखरोट और पिस्ता जैसे नट्स के सेवन से बालों की वृद्धि में बहुत फायदा मिलता है. नारियल को फल, नट या बीज माना जा सकता है. बालों के लिए नारियल के फायदे विश्वविख्यात हैं. नारियल तेल में छोटे मध्यम श्रंखलाबद्ध फैटी एसिड्स होते हैं, जो नारियल तेल को आसानी और गहराई से बालों की जडों में घुसने में मदद करते हैं. इसलिए यह एक बेहतर कंडिश्नर के रूप में काम करता है. यह रुखे फ्रिज़ी बालों की मरम्मत करने और दोमुंहे बाल रोकने में मदद करता है. सप्ताह में दो बार रात को सोते समय अपने बालों में नारियल तेल लगाने और अगली सुबह धो लेने से आपके सिर को नियमित मॉइस्चराइजिंग और कंडिशनिंग पाने में काफी फायदा होता है.
-
फलियां (बीन्स)
फलियां हमारे लिए विटामिन बी6, फॉलिक एसिड, मैग्नेशियम, सल्फर, ज़िंक और बायोटिन की ज़बर्दस्त स्त्रोत हैं. अपने दैनिक आहार में फलियों को शामिल करने से बालों की वृद्धि के लिए आवश्यक प्रोटीन पाने में मदद मिल सकती है. हांलाकि जो लोग नियमित रूप से फलियां सेवन नहीं करते हैं उन्हें धीरे धीरे अपने आहार में इन्हें शामिल करना चाहिए, क्योंकि इनसे गैस और पेट फूलने की समस्या हो सकती है.
-
बीज
बीजों में कॉपर, विटामिन ई, ज़िंक, फॉलेट, आयरन और विटामिन बी12 होते हैं. बेदाग़ त्वचा और चमकते बालों के लिए विटामिन ई बहुत ज़रूरी विटामिन है. कद्दू के बीज, अलसी, तुलसी प्रजाति के बीज, सूरजमुखी के बीज का सेवन करने से हमारे बालों को चमकीले बनाने में मदद मिलती है. काले तिल में काफी मात्रा में कॉपर और ज़िंक होता है, जो बालों को सफेद और पतला होने में मदद करते हैं.
-
अंडे
अंडों में अच्छी मात्रा में प्रोटीन होते हैं. अंडो की सफेदी में रिबोफ्लाविन, नियासिन, मैग्नेशियम, सोडियम तथा पोर्टेशियम होता है, जो बालों की वृद्धि के लिए भी फायदेमंद हैं. 1 उबले हुए अंडे में 13 ग्राम प्रोटीन होता है. रोज़ाना हमारे शरीर को 36-46 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है. अंडे की ज़र्दी में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन-बी-कॉम्पलेक्स और फॉलिक एसिड्स होते हैं. इसलिए रोज़ाना एक पूरा अंडा खाने से बालों की वृद्धि में काफ़ी लाभ होता है.
-
सी फूड
सी फूड ओमेगा-3 फैटी एसिड्स का सर्वोत्तम स्त्रोत हैं, और बालों की वृद्धि को बल देने से इनका संबंध है. क्या कभी मछुआरन को देखा है? उनके बाल काले घने और चोटी स्वस्थ होती है. इनमें न स़िर्फ ओमेगा-36 फैटी एसिड्स बल्कि ओमेगा-6 फैटी एसिड्स भी होता है, जो बाल झड़ना कम करते हैं और बालों का घनापन बढ़ाते हैं. मछली और झींगा हमारे लिए प्रोटीन, सेलेनियम, विटामिन डी3 का बढ़िया स्त्रोत हैं, जो स्वस्थ बालों में सहायक होते हैं.
जिंक एक मिनरल है और बालों की मरम्मत की प्रक्रिया में मदद करता है. कस्तूरी मछली ज़िंक से समृद्ध होती है. इनके पर्याप्त सेवन से तीव्र बाल झड़ना रोकने में मदद मिलती है. झींगा भी बढ़िया स्त्रोत है.
-
लीन मीट, जैसेकि चिकन
अच्छी गुणवत्ता के चिकन में बालों की वृद्धि के लिए ज़रूरी प्रोटीन अच्छी मात्रा में होते हैं. चिकन में प्रोटीन तत्व बालों को मज़बूती देते हैं और आयरन की जैव उपलब्धता बढ़ाते हैं जो बालों की स्वस्थ वृद्धि के लिए बल देते हैं.